लेखक |
ग्रंथनाम |
दाखलअंक |
|
पाठक स्नेहलता |
आधुनिक हिंदी
काव्य(उद्भव और विकास ) |
१७२८ |
|
डॉ.अडलाजा निरव |
प्रगतीशील
कावियोका काव्याचीन्तन |
१००७७ |
|
अस्थाना गीता |
केदारनाथ सिंह के
काव्य मी बिंब का विधान |
८९५६ |
|
गुलाबराय बाबू |
सिद्धांत और
अध्ययन |
१९७० |
|
गुलाबराय बाबू |
सिद्धांत और
अध्ययन |
१९७३ |
|
गुलाबराय बाबू |
सिद्धांत और
अध्ययन |
३६८० |
|
भारद्वाज
शिवप्रसाद |
परशुराम की
प्रतीक्षा |
१९१३ |
|
भाटी देवराज सिंह |
रहीम ग्रंथावली |
१११८२ |
|
भंडारे सुकुमार |
इक्कीसावी साडी
की हिंदी कविता |
१९७६६ |
|
भेदोरीया
कुशाल्याचंद्र सिंह |
आधुनिक प्रतिनिधी महाकाव्य |
२२४५ |
|
भल्ला सरस्वती |
आधुनिक हिंदी
कविता विविध आयाम |
१३८०५ |
|
भाती सिंह देशराज |
बिहारी सतासाई
भाष्य |
४१४० |
|
राताणकर जगन्नाथ
दास |
बिहारी रत्नाकर |
८७२३ |
|
सिंह राजकिशोर |
बिहारी सतसाई |
१६९६ |
|
भट्ट दिवा |
आधुनिक भारतीय
कविता मी मानव |
७०३६ |
|
शेंडगे सुधाकर |
महात्मा कबीर और
महात्मा फुले |
१६४७२ |
|
बधैक सरिता |
नन्हे सापनोका
सुख |
१६५७५ |
|
छेडा माधुरी |
समकालीन कवी और
कविता |
१४९९० |
|
चतुर्वेदी
रमेशचंद्र |
बिसावी सादि की
हिंदी दलित कविता |
१४९७१ |
|
द्विवेदी
रामस्वरूप |
समकालीन रचना और
आलोचना |
१७१९ |
|
द्विवेदी
रामस्वरूप |
समकालीन साहित्य
और विश्व कविता |
१७०४ |
|
देवरे शिवाजी |
रास सहित का
लोकतात्विक अध्ययन |
२७९६ |
|
मिश्र ब्रम्हदेव |
धुमील और उसका
संघर्ष |
४०६९ |
|
दास श्यामसुंदर |
कबीर ग्रंथावली |
११३९५ |
|
कासाडे अविनाश |
गजाकार
दुष्यंतकुमार |
१६४८० |
|
नीरद जयसिंह |
दिनकर के काव्य
मे परंपरा और आधुनिक |
१७२६ |
|
गम्मीर एस |
साठोत्तर हिंदी
काव्यो मे राजनीतिक चेतना |
१७२७ |
|
गोबीन राजरानी |
स्वातंत्र्योतर
हिंदी कविता मी नास्टेलजिय भावना |
२११८९ |
|
गुलाबराय |
काव्य के रूप |
१९८८ |
|
गुलाबराय |
काव्य के रूप |
१२६० |
|
गोरे राजन |
मध्यकालीन कालजई
कवी |
५२२६ |
|
गोरे राजन |
मध्यकालीन कालजई
कवी |
५२२५ |
|
गोरे राजन |
मध्यकालीन कालजई
कवी |
६१८६ |
|
गोरे राजन |
मध्यकालीन कालजई
कवी |
६१८५ |
|
जाधव माधवी |
इक्कीसावी सदी का
हिंदी काव्य |
१६५६८ |
|
कुमार वचनदेव |
उर्वशी विचार और
विश्लेषण |
४०६७ |
|
तिवार भोलेनाथ |
कबीर जीवन और
दर्शन |
४१२१ |
|
स्नातक विजयेंद्र |
कबीर |
३६७८ |
|
किशोर |
रचानात्मक
दुष्यतकुमार |
१६४७० |
|
कालासवा बी.के |
काव्यवैभाव
छायावादि |
१३८८६ |
|
डॉ.कवडे |
जनवादी कवी धुमील |
१५७९४ |
|
कुचेकर अर्पणा |
काका हाथरसी के
काव्य मै चित्रित हास्य व्यंग |
१४५४० |
|
श्यामसुन्दरदास |
कबीर ग्रंथावली |
४१२३ |
|
खराटे मधु |
साठोत्तर हिंदी
गझल |
६६१४ |
|
कुमारी राजेश |
नरेश मेहता का
काव्य मूल्य और मुल्यांकन |
१५४४४ |
|
श्यामसुंदरदास |
कबीर ग्रंथावली |
१३७९९ |
|
वर्मा रामकिशोर |
कबीर ग्रंथावली ( सटीक ) |
१३८८१ |
|
भट्टनगर
राजेन्द्रमोहन |
कबीर |
१७१५ |
|
तीवरी परसनाथ |
कबीर वाणी राधा |
१९८९ |
|
तिवारी परसनाथ |
कबीर वाणी राधा |
२५८१ |
|
तिवारी परसनाथ |
कबीर वाणी राधा |
१६१३ |
|
तिवारी परसनाथ |
कबीर वाणी राधा |
२५८२ |
|
तिवारी परसनाथ |
कबीर वाणी राधा |
१९९० |
|
कुमार रश्मी |
नयी कविता के
मिथक काव्य |
७२६० |
|
कालासावा बी.के |
छायावादोत्तर
काव्यवैभाव |
१३८८७ |
|
कुमार अरुण |
नयी कविता के कथ्य और विमर्श |
१७१० |
|
लाल जयबहादूर |
रहस्यवाद और सुफी
साधना |
१६९७ |
|
मिश्र
कृष्णागोपाल |
सीता परित्याग
आधारित प्रबंध काव्य |
२१११६ |
|
मिश्र
कृष्णागोपाल |
उत्तररामचरित और
आधुनिक काव्य परम्परा |
२१०५० |
|
मिश्र नरेश |
आधुनिक हिंदी
राष्ट्रीय काव्याधारा(राष्ट्रीयता और मानवतावाद) |
७२७९ |
|
तिवारी भगवानदास |
मीरा का काव्य |
४१३९ |
|
मानव विश्वंभर |
प्राचीन कवी |
१११८३ |
|
मानव विश्वंभर |
प्राचीन कवी |
१७१७७ |
|
वैष्णव कल्याण |
नरेश मेहता के
काव्य का अनुशिलन |
१५४४५ |
|
मध्पुरी आसीम |
महादेवी काव्य के
विविध आयाम |
१७०१ |
|
मधुबाला |
दिनकर के काव्य
मे मानवतावादी प्रेम चेतना |
१७०३ |
|
मोरे आरविंद |
करवीर भाऊराव
पाटील |
९७३ |
|
भाती सिंह देशराज |
मीराबाई और उनकी
पदावली |
३६६७ |
|
मानावं विश्वंबर |
आधुनिक कवी |
१११८४ |
|
मिश्र कृष्णा |
हिंदी साहित्य
रचना और परीवेध |
४०६५ |
|
मिश्र भगीरथ |
काव्यशात्र |
४१२८ |
|
निकम अलका |
नागार्जुन और
नारायण सुर्वे के काव्य मी प्रगतीशील चेतना |
१४५४५ |
|
नागार्जुन |
प्रतिनिधी
काविताये |
३२८२ |
|
डॉ.
प्रसन्नकुमारी |
आधुनिक हिंदी
काव्यके केंद्रीये कवी निसला |
१३९२४ |
|
पठान आय्याब |
मुक्तिबोध कवी और
काव्य |
८७७८ |
|
पाटील पद्मा |
साये मी धूप
(समकालीन सृजन संदर्भ ) |
१६४५९ |
|
पाटील मनोहर |
नयी कविता हिंदी
मराठी |
१८११५ |
|
पाण्डेय रतन
कुमार |
समकालीन कविता
प्रकृती और परीवेध |
५४८० |
|
पाटील शैलजा |
वैश्विकता के
संदर्भमे हिंदी |
१६४६७ |
|
पाण्डेय श्रीमती |
महाकवी कालिदास एवं सूरदास के काव्योमे प्रेमतत्त्व और अभिव्यक्ती |
११३९८ |
|
पाण्डेय रामसजन |
विद्यापती विद्या
और कवी |
१६९८ |
|
पाण्डेय रतन |
समकालीन कवी
दृष्टी और बोध |
५४७८ |
|
पाण्डेय रतन |
समकालीन कवी एक
अन्तः सूत्र |
२८१३ |
|
कुमार पाषाण |
तारसप्तक एक
विवेचन |
३९२७ |
|
पाण्डेय
लक्ष्मिकांत |
साहित्य शास्त्र |
२८०० |
|
पाण्डेय
लक्ष्मिकांत |
साहित्याचीन्तन
की नयी दिशाये |
२५९६ |
|
अजय प्रकाश |
काव्याशात्र एवं
साहित्यालोचन |
७२४६ |
|
पाटील पद्मा |
साये मे धूप
समकालीन सृजन संदर्भ |
१६५४७ |
|
डॉ.राजपूत |
महाराष्ट्र के
हिंदी संत कावियोपर ज्ञानेश्वर का प्रभाव |
१५७९५ |
|
राठोड बाळू |
प्रा. राठोड बाळू
हिदी के आधुनिक प्रतिनिधी |
१५७९७ |
|
रॉय आशुतोष |
नागार्जुन का
गद्य साहित्य |
९४३८ |
|
मिश्र रामजी |
रीतीकाव्य के
स्त्रोत |
४४३९ |
|
रॉय रुस्तान |
हिंदी आलोचना और
भक्तीकाव्य |
६००७ |
|
रावत भूपाल सिंह |
विनायपत्रिका और
गीतावली का मुल्यानन |
१७०६ |
|
सुमन राजे |
काव्यरूप संरचना
उद्भव और विकास |
२५८९ |
|
राकेश |
रिती काव्य
संग्रह |
१९८३ |
|
राकेश |
रिती काव्य
संग्रह |
२७१३ |
|
राकेश |
रिती काव्य
संग्रह |
१९८४ |
|
शर्मा हरिचरण |
आहुनिक हिंदी
कविता का इतिहास |
१३८०२ |
|
शर्मा हरिचरण |
हिंदी साहित्य का
आधुनिक काल |
८६०० |
|
सिंह
हौसिलाप्रसाद |
हिंदी सहित का
अधिकाल विकास प्रव्रुत्ती |
४९१६ |
|
सिंह कन्हैया |
सुफी तत्त्वचिंतन |
१७०२ |
|
डॉ.सोमनाथ |
बिसवी सती की
सामाजिक चेतना |
१०९४३ |
|
सक्सेना द्वारिका |
हिंदी के प्राचीन
कवी |
३६६२ |
|
शर्मा मुन्शिराम |
पदमावत |
२९११ |
|
शुक्ल रामदेव |
घानानंद का काव्य |
४१३७ |
|
सागर प्रीती |
मैथिलीशरण गुप्त
के काव्य महाभारत का प्रभाव |
१४९७ |
|
शर्मा हरीमोहन |
उतारछायावादि काव्यभाषा |
१६८८ |
|
सिंह जयप्रकाश |
कान्हेयालाल
मिश्र प्राभाकार चिंतन और साहित्य |
१६४६१ |
|
शुक्ल रामनारायण |
जनवादी सम और
साहित्य |
३६८१ |
|
सक्सेना
लालतप्रसाद |
नयी कविता का
सामाजिक पक्ष |
१७११ |
|
सिंह प्रसाद बसंत |
आचार्य शुक्ल और
पश्चात काव्यालोचन |
१७२० |
|
सिंह प्रसाद बसंत |
आचार्य शुक्ल और
पश्चात काव्यालोचन |
२६०० |
|
शर्मा कृष्णदेव |
आन के लोकप्रिय
कवी अज्ञेय |
४१५० |
|
सिह शेरपाल |
केदारनाथ सिंह का
काव्यालोक |
९६३२ |
|
श्रीवास्तव
परमानंद |
समकालीन कविता
(नये प्रस्ताव ) |
१७००९ |
|
शब्बीर |
आठवे दशक की
हिंदी कविता |
१५००२ |
|
शुक्ल रामचंद्र |
भ्रमरगीत सार
महाकवी सूरदास कृत |
४१३५ |
|
सोळुंके नरेश |
दुशांत्कुमारऔर
उनका काव्य |
१६४५८ |
|
आर्या देवेंद्र |
सुरसागर सटीक |
४१३८ |
|
श्रीवास्तव
राजेंद्र |
काव्य परिचय |
२५९७ |
|
शुक्ल आचार्य |
सूरदास |
३१३३ |
|
शर्मा राजकुमार |
सूरदास और
भ्रमरगित |
८७८७ |
|
शर्मा देवकीनंदन |
आधुनिक काव्य
विमर्श |
१५००१ |
|
कुमार अमिय |
रघुवीर सहाय और
श्रीकांत वर्मा की कविता |
१०५१९ |
|
शर्मा हरिचरण |
सामाजिक चेतना के
शिल्पी कवी महेंद्र भट्ट |
२१२३ |
|
पाण्डेय रतन |
समकालीन कविता
प्रकृती और परीवेध |
१४९९४ |
|
सिन्हा अमरनाथ |
सौंदर्या
काव्यशास्त्रीया आयाम |
८७१७ |
|
पाण्डेय शिवनाथ |
हिंदी काव्यशात्र
की परंपरा |
१६९३ |
|
सिंह बहादूर
इंद्र |
काव्याशात्र के
मानदंड |
६१५७ |
|
सिंह बहादूर
इंद्र |
काव्याशात्र के
मानदंड |
६१८७ |
|
सिंह बहादूर
इंद्र |
काव्याशात्र के
मानदंड |
६१८८ |
|
चतुर्वेदी
राजेश्वर |
सुरदासकृत
भ्रमरगीत सार |
३६७७ |
|
श्रीवास्तव
परमानंद |
समकालीन कविता
सामोरेषन और संकट |
१७०१४ |
|
शुक्ल रामचंद्र |
सूरदास |
४१३४ |
|
चतुर्वेदी
राजेश्वरप्रसाद |
तुलसीदास
आलोचानात्मक अध्ययन |
२९४७ |
|
शर्मा राजनाथ |
विनय पत्रिका |
२९४९ |
|
त्रिपाठी
राममूर्ती |
भारतीय काव्य
विमर्श |
७३४९ |
|
तिवारी रामप्यारे |
हिंदी काव्य और
कवी |
१६९५ |
|
तिवारी बालेंदू |
वस्तीनिष्ठ
काव्यशास्त्र |
८७८६ |
|
शर्मा गीतारानि |
तुलासिदासकृत
दोहावली मी भाक्तीतत्त्व |
१७०७ |
|
तिवारी रामचंद्र |
रिती काव्यधारा |
२७१२ |
|
तिवारी रामचंद्र |
रिती काव्यधारा |
३६७१ |
|
तिवारी रामचंद्र |
रिती काव्यधारा |
४१५३ |
|
तिवारी रामचंद्र |
रिती काव्यधारा |
४१२९ |
|
तिवारी रामचंद्र |
रिती काव्यधारा |
२८७२ |
|
तिवारी आजीता |
नयी कविता और
रघुवीर सहाय काव्य |
१३९२२ |
|
तिवारी रामजी |
स्वातंत्रोत्तर
हिंदी समीक्षा मे काव्यमुल्य |
७२४४ |
|
शुक्ल आचार्य |
तुलसीदास |
६७३२ |
|
पाण्डेय सुधाकर |
तुलसीदासकृत
कवितावली |
२७०९ |
|
तेलकीकर संतोष |
आशय और अभिव्यक्ती |
१८११६ |
|
वर्षाराणी |
नयी कविता और
मुक्तिबोध |
११३९६ |
|
बाजपेयी
नंद्दुलारे |
कवी सुमित्रानंद
पंत |
२१२९१ |
|
जाधव कीर्तीकुमार |
माहादेवी वर्मा
के काव्य मे समाज एवं संस्कृती |
१४५३५ |
|
चतुर्वेदी
राजेन्द्रप्रसाद |
सूरदास
अलोचानात्मक आध्ययन |
२९४८ |
|
उपाध्याय
कृष्णदेव |
लोकसाहित्य की
भूमिका |
२८८९ |
|
वैष्णव कल्याण |
नरेश मेहता काव्य
का अनुशिलन |
१५७९० |
|
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